शनिवार, 21 नवंबर 2009
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
एक ऐसी यात्रा जिसमें बेहतर समाज के निर्माण और संघर्ष की कोशिशें जारी हैं ...
सफ़र, बिहार
फिलहाल शिवहर जिले के तरियानी छपरा गांव में निम्नलिखित कार्यक्रमों का संचालन हो रहा है:
शिक्षाघर: ऐसा प्रयोग जो समाज के सबसे उपेक्षित तबक़ों के बच्चों को सीखने-सीखाने का रचनात्मक अवसर प्रदान करता है. फिलवक़्त पांच शिक्षाघरों में लगभग सौ-सवा सौ बच्चे आ रहे हैं
किताबघर: कुछेक किताबों और पत्र-पत्रिकाओं से आरंभ हुआ एकमात्र शिक्षाघर अब मुकम्मल ऑडियो-वीडियो केंद्र बनने की ओर अग्रसर है. स्थानीय युवाओं के अलावा बुजुर्गों ने भी किताबघर से रिश्तेदारी गांठनी शुरू कर दी है.
क्लब: खेल-कूद और मनोरंजन के एक मंच के तौर पर शुरू हुआ क्लब अब समय-समय पर गोष्ठियां और चर्चाएं भी आयोजित करता है.
मीडियाघर: एक छोटे-से वीडियो कैमरा और लैपटॉप के सहारे मीडियाघर से जुड़े स्थानीय नौजवान अपने आसपास की स्थितियों का दस्तावेज़ीकरण करते हैं आपस में देखते-दिखाते हैं और चर्चा करते हैं. कोशिश सामुदायिक मीडिया खड़ा करने की है.
सफ़र, दिल्ली
क़ानूनी जागरूकता और सलाह शिविरों, समसामयिक-सामाजिक मुद्दों पर चर्चा व गोष्ठी, सांस्कृतिक कार्यक्रम छिट-पुट शोध व दस्तावेज़ीकरण - सफ़र दिल्ली के कुछ महत्तवपूर्ण कार्यक्रम हैं. कोशिश यहां भी एक सामुदायिक मीडियाघर आरंभ करने की है.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें