रविवार, 1 नवंबर 2009

ब्राह्मण
क्षत्रिय
वैश्य
शूद्र
अछूत

या

अछूत
शूद्र
वैश्य
क्षत्रिय
ब्राहम्ण

क्यों अछूत भारत के सछूत बुद्धिजीवियों
रखना चाहोगे ऐसा
कितने समय तक
समय सीमा चलो तुम ही निर्धारित करो
रात को नींद तो आयेगी ना
और हजम............

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